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Showing posts from July, 2021

Official Lyrics जय महाकाली, माँ काली Jai Mahakali Maakali Song by Maddy Puneet, Swati Sharma, Rhyming Vibes, Arrow Soundz 2022 Song

Jai Mahakali Maakali CREDITS ♪ Singer - Maddy Puneet | Swati Sharma ♪ Lyrics - Dr.Prashant Bhatt (Rhyming Vibes) ♪ Music by - Maddy Puneet ♪ Mix & Mastered by - Arrow Soundz ♪ Composed By- Maddy Puneet ♪ Audio Production - Puneet Academy Of Music ♪ Video - ArtistJaisa Special Thanks: Dr. Jagdish Prasad Semwal Official Lyrics   जय   काली .....  महाकाली शवारूढ़ाम् - महाभीमाम् - घोरदंष्ट् राम   हसन्मुखीम्।   चतुर्भुजांग - खड़गमुण्ड - वराभयकरा म्   शिवाम्।। मुण्डमालाधराम् - देवीम्   ललज्जिह् वाम् - दिगंबराम्।   एवम्   संचिंतयेत् - कालीं   श्मशाना लय - वासिनीम्।। जय   महाकाली .....  माँ   काली   जय   महाकाली .....  माँ   काली   एक   हाथ   में   कपाल   एक   में   खड़ग   विशाल   नेत्र   रक्त   से   भरे   केश   मेघ   से   घिरे    क्रोध   से   सना   हुआ   प्रचंड   वेग   नृत्य   का भुजा   सहस्त्र   मात   की   हरें   असंख्य   पातकी   जय   महाकाली .....  माँ   काली   जय   महाकाली .....  माँ   काली   ओम्   ऐं   ह्रीं   क़्लीं   चामुण्डाए   विच्चे ओम्   ऐं   ह्रीं   क़्लीं   चामुण्डाए   विच्चे

गाथा हिंदुस्तान की... Patriotic Poem in Hindi

अगर उज्जवल भविष्य के लिए वर्तमान का जागृत होना अनिवार्य है, तो जागृत वर्तमान के लिए अतीत का ज्ञान होना भी अनिवार्य है। भारतवर्ष का इतिहास और भारतीय सभ्यता चिरकाल से हमारा मार्गदर्शन करते आ रहे हैं।  इसी सन्दर्भ में प्रस्तुत है यह कविता, जो भारत के इतिहास और संस्कृति को याद करने की ओर प्रयासरत है। आशा है यह अपने उद्देश्य से न्याय कर पाएगी।  गाथा हिंदुस्तान की... धरती अम्बर चंदा तारे, हैं प्रत्यक्ष साक्षी सारे, हर पल हर क्षण कहें कहानी, भारत के उत्थान की। नदिया पर्वत माटी बोले, गाथा हिंदुस्तान की। दिशाएँ वेद ध्वनि से गूँजें, तेज बुद्ध का हृदय को सींचे, नानक  के  पैग़ाम से   प्रेरित, राहें गुरुओं   के   बलिदान   की। नदिया पर्वत माटी बोले, गाथा हिंदुस्तान की। इस मिट्टी की महिमा अनुपम, जन्मे जहाँ विद्वान प्रखरतम, रामनुजम ,  सुश्रुत ,  आर्यभट्ट , प्रेरणा सकल संसार की। नदिया पर्वत माटी बोले, गाथा हिंदुस्तान की। सेंध लगी जब भी सीमा पर, हुई प्रदर्शित विश्व पटल पर, अदम्य साहस और शूरता, रणजीत और चौहान की। नदिया पर्वत माटी बोले, गाथा हिंदुस्तान की। जब जन-गण ने संघर्ष की ठानी, तब हुई रगों में लहर र